रतलाम/ जिले में संपत्ति संबंधी अपराधों पर सख्ती बरतते हुए पुलिस ने मंत्री परिवार के घर में हुई लाखों की चोरी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके कब्जे से चोरी गए सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए गए, जिनकी कीमत करीब 2.20 लाख रुपये आंकी गई है। मामले में दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देशन में जिले भर में लंबित संपत्ति अपराधों के त्वरित निराकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में थाना स्टेशन रोड क्षेत्र के मोहित मंत्री (पिता सत्यनारायण मंत्री), निवासी 49, टी.आई.टी. रोड, रतलाम के घर में 20 मार्च 2025 को हुई चोरी की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की गई।

शिकायत के आधार पर थाना स्टेशन रोड में अपराध क्रमांक 184/2025 के तहत धारा 305ए और 331(4) बीएनएस के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई।

*तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी से मिली सुराग- पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों, सीसीटीवी फुटेज एनालिसिस और मुखबिर तंत्र की मदद से आरोपियों की तलाश तेज कर दी। जांच में चोरी में संलिप्त मुख्य आरोपी की पहचान गुरदीप सिंह (पिता विजय सिंह), उम्र 20 वर्ष, जाति सिकलीगर, निवासी 449 आकाश नगर, थाना द्वारकापुरी, इंदौर के रूप में हुई।

सूचना मिली कि आरोपी तिहाड़ जेल में बंद है, जिसके बाद प्रोडक्शन वारंट जारी कर उससे पूछताछ की गई। पूछताछ में गुरदीप सिंह ने कबूल किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर मंत्री परिवार के घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। उसके साथी राजसिंह (पिता किरण सिंह), निवासी आकाश नगर और सुखबीर सिंह (पिता रघुवीर सिंह), निवासी आकाश नगर, इंदौर अभी फरार हैं।

पुलिस ने दोनों की तलाश के लिए टीम गठित कर दी है और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।

2.20 लाख रुपये के आभूषण बरामद

थाना प्रभारी स्टेशन रोड निरीक्षक जितेंद्र पाल सिंह जादौन ने बताया कि आरोपी गुरदीप सिंह के कब्जे से चोरी गए मूल्यवान आभूषण बरामद कर लिए गए हैं।

बरामद सामान में शामिल हैं:- सोने की एक चेन, सोने की दो अंगूठियां, सोने के नाक के तीन कांटे, एक जोड़ी सोने के टॉप्स, तीन जोड़ी चांदी की पायजेब, तीन जोड़ी चांदी की बिछिया, 30 चांदी के सिक्के

इन आभूषणों की कुल कीमत करीब 2,20,000 रुपये बताई जा रही है। बरामद सामान को सत्यापित करने के बाद पीड़ित परिवार को सौंपा जाएगा।

पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि जिले में चोरी और संपत्ति अपराधों पर लगाम लगाने के लिए तकनीकी जांच और मुखबिर नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है। इस गिरफ्तारी से अन्य लंबित मामलों में भी तेजी आएगी। मामले की आगे की जांच जारी है।