आलोट। सोमवार सुबह लगभग 7:30 बजे ग्राम खमरिया के समीप रोग मुक्तेश्वर महादेव मंदिर मार्ग पर आयशर ट्रक (वाहन क्रमांक MP13 GB 2601, मॉडल Pro 1095XP) अनियंत्रित होकर सड़क किनारे चर रही चार-पाँच भैंसों पर चढ़ गया। हादसे में पशुओं को गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए वाहन को मौके पर ही रोक लिया।
सूचना मिलते ही आलोट पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से समझौता कराया गया। घटना का मामला भले ही सुलझ गया हो, लेकिन इस ट्रक की मौजूदगी ने ग्रामीणों के मन में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, उक्त वाहन में लगभग 10 टन सोयाबीन भरी हुई थी, जो इंदौर से आलोट लाई जा रही थी। यह तथ्य उन्हें इसलिए विचलित कर गया क्योंकि आलोट क्षेत्र से आमतौर पर सोयाबीन बाहर भेजी जाती है, न कि बाहर से मंगाई जाती।
ग्रामीणों ने आशंका जताई कि यह सोयाबीन कहीं किसी योजना के तहत किसानों के नाम पर भावांतर योजना में दिखाने या किसी अन्य अनियमित लेनदेन के उद्देश्य से तो नहीं लाई जा रही? उनका कहना है कि पिछले कुछ दिनों से इसी मार्ग पर प्रतिदिन सोयाबीन से भरे ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ देखी जा रही हैं, जबकि आलोट में कोई भी सोया प्रोसेसिंग यूनिट या मिल संचालित नहीं है।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यदि यह माल वैध रूप से आ रहा है तो उसके दस्तावेज़, परिवहन परमिट और खरीदी रसीदों की जांच प्रशासन को करानी चाहिए, ताकि किसानों के नाम पर होने वाले किसी संभावित गड़बड़ी या स्टॉक हेराफेरी की सच्चाई सामने आ सके।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे सभी वाहनों की मंडी रसीद, खरीदी पंजीयन एवं गंतव्य विवरण की जांच की जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आलोट में बड़ी मात्रा में बाहर से सोयाबीन आने का असली कारण क्या है।
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खमरिया मार्ग पर सोयाबीन से भरा ट्रक भैंसों पर चढ़ा — ग्रामीणों ने उठाए सवाल, कहा ‘आलोट में तो सोया मिल ही नहीं’
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