<p><strong>भवानीमंडी /जगदीश पोरवाल/ </strong>भवानीमंडी मे वर्षायोग उपरांत मुनिद्वय निष्पक्षसागरजी महाराज व निस्पृहसागरजी महाराज का मंगल विहार नगर से भानपुरा मध्यप्रदेश की ओर हुआ, समाजजनो ने नम आंखो से मुनिद्वय को बैंड बाजे के साथ विदा किया। दिगंबर जैन समाज अध्यक्ष विजय जैन जूली ने बताया कि नगर मे <strong>आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज परम प्रभावक शिष्य मुनिद्वय निष्पक्षसागरजी महाराज व निस्पृहसागरजी</strong> महाराज विराजमान थे, जिनका चातुर्मास उपरांत मंगल विहार मध्यप्रदेश के भानपुरा की ओर हुआ, &nbsp;वही रात्रि विश्राम रेतड़ी के राजकीय विद्यालय मे किया। &nbsp;इस दौरान सैंकड़ो की संख्या मे जैन समाजजन मुनिद्वय के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।</p>