पीड़ितों ने अपने अभिभाषक श्री राघवेंद्र सिंह तोमर के माध्यम से नपा के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही शुरू की....

मन्दसौर । मंदसौर नगर पालिका परिषद द्वारा भगवान पशुपतिनाथ के मेले में लगने वाले झूला चकरी के भूखंड आवंटन में भारी अनियमितताएं एवं भ्रष्टाचार किया जा रहा है । इस मामले में पीड़ित झूला चकरी वालों रणजीत भाटी, देवराज भाटी, अफरोज, गोविंदनाथ मोहमम्मद कामरान, शकील, इरफान आदि द्वारा कलेक्टर मंदसौर को आपत्ति प्रस्तुत की गई साथ ही अपने अभिभाषक डॉ राघवेंद्रसिंह तोमर के माध्यम से कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू की गई है । पीड़ित पक्ष के अभिभाषक ने बताया कि पीड़ित लोग गरीब व्यक्ति होकर मेले मे झुला चकरी लगाकर अपना जीवन यापन करते है एंव उन्होंने गत वर्ष 2024 मे भी भगवान पशुपतिनाथ महादेव मेले मे झुला चकरी लगाने हेतु आवेदन दिया था किन्त उन्हें बीमा नही होने का कारण बताकर उनका आवेदन निरस्त कर दिया था एवं झुला चकरी नही लगाने दी थी। जबकि नियम अनुसार टेंडर स्वीकृत होने के पश्चात बीमा करके प्रस्तुत करना होता है।
यह कि इस वर्ष 2025 मे प्रार्थीगण नगरपालिका मंदसौर मे झूला चकरी लगाने के लिए भुखंड प्राप्त करने के लिये टेडर जमा करने गए किंतु उन्हें इस बार तो टेंडर ही नही डालने दिया व कहा कि तुम 3 साल का रिकार्ड लाओ । जबकि वह गरीब व्यक्ति होकर झुला चकरी लगाकर अपना जीवन यापन करते है एवं नगरपालिका मंदसौर द्वारा किसी भी अखबार में यह जानकारी नही दी है कि जिसका 3 साल का रिकार्ड होगा वही मेले मे दुकान लगा सकेगा। एवं बीमा संबंधित भी कोई जानकारी प्रकाशित नही की गई । नगरपालिका मंदसौर द्वारा मनमानी की जा रही है। बिना विज्ञप्ति के जबरन 3 वर्ष तक कार्य करने के नियम को लागू करने का प्रावधान किया गया है जो विधी सम्मत न होकर मनमानी रवैया है। कई व्यक्ति ऐसे है जिन्होंने 10-10 भुखंड ले लिये है लेकिन जो जरूरतमंद है उनको एक भी भुखंड नही मिला है।
किसी भी शासकीय कार्य के लिये जाहिर सूचना का प्रकाशन या विज्ञप्ति का प्रकाशन कर उसमें नियमो व शर्तों का उल्लेख किया जाता है लेकिन नगरपालिका मंदसौर द्वारा बंद कमरे मे व बंद फाईलो मे शर्तों का निर्धारण मनमाने ढंग से कर लिया गया कोई विज्ञप्ति का प्रकाशन समाचार पत्रो मे नही किया गया जिस कारण दुर दुर से मंदसौर व्यवसाय हेतु आए गरीब झुला चकरी लगाने वाले एवं अन्य दुकानदार दर दर की ठोकरे खा रहे है तथा उनका आर्थिक नुकसान भी हुआ है। पीड़ितों ने कलेक्टर के समक्ष आवेदन पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया है कि मामले की जाँच कराते हुए गरीब झूला चकरी वाले जिनकी रोजी रोटी इसी व्यवसाय से चलती है उन्हें मुखंड आवंटित करवाने के आदेश प्रदान किए जावे । पीड़ितों ने अपने अभिभाषक के माध्यम से सूचना के अधिकार में पूरी टेंडर प्रक्रिया की जानकारी भी नपा से मांगी है । तथा कानूनी कार्यवाही भी शुरू की है ।